सड़क सिंगार है शहर का
लंबी चौड़ी चमचमाती सड़क
जंगल के लिए तो नरक
भूखी प्यासी तमतमाती नरक
लंबी चौड़ी चमचमाती सड़क
जंगल के लिए तो नरक
भूखी प्यासी तमतमाती नरक
सड़क शहर से नरक बनकर
मुड़ रहा है जंगल की ओर
राक्षसी सड़कें घूर रही है
पहाड़ का सीना चीरने
और डोंगर से भीड़ने
मुड़ रहा है जंगल की ओर
राक्षसी सड़कें घूर रही है
पहाड़ का सीना चीरने
और डोंगर से भीड़ने
अंग्रेजों ने भी बिछा दी थी
रेल की सड़कें
सुविधा देने नहीं
स्वारथ ढोने के लिए
और लाद ले गए थे
अमूल्य खजाने
रेल की सड़कें
सुविधा देने नहीं
स्वारथ ढोने के लिए
और लाद ले गए थे
अमूल्य खजाने
अब पहले से भी ज्यादा
खूंखार हो चुकी है सड़कें
उसकी लाल आंखें
ओधते सुंघते बढ़ते
बीहड़ को रौंदते
झुण्ड की झुण्ड सड़कें
लीलने वाली है आदिम संस्कृति
चगलने वाली है पुरातन परंपरा
चूस लेगी प्राचीन सभ्यता
सहम रहा है महुआ
डर रहा है साल सागौन
घबरा रहा है बीजा और तेंदू
कैसे बचेंगे अब
ददरिया की तान
करमा की ताल
माढ़ में सुरहुल
बासी, कांदा और
अनगिनत गीत
-एमन दास मानिकपुरी
anjorcg.blogspot.com
खूंखार हो चुकी है सड़कें
उसकी लाल आंखें
ओधते सुंघते बढ़ते
बीहड़ को रौंदते
झुण्ड की झुण्ड सड़कें
लीलने वाली है आदिम संस्कृति
चगलने वाली है पुरातन परंपरा
चूस लेगी प्राचीन सभ्यता
सहम रहा है महुआ
डर रहा है साल सागौन
घबरा रहा है बीजा और तेंदू
कैसे बचेंगे अब
ददरिया की तान
करमा की ताल
माढ़ में सुरहुल
बासी, कांदा और
अनगिनत गीत
-एमन दास मानिकपुरी
anjorcg.blogspot.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें