शुक्रवार, 6 सितंबर 2019

सभी इसरो टीम को सादर नमन
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कतको आही बाधा रे,
जूझत तोर पारा चल देहूं।
आज नहीं त काली रे चंदा,
बइंहा म तोला धर लेहूं।

मैं भारत अंव मोर भुजा के,
दुनिया लोहा मानत हे।
रेंगे रसता डिगे नहीं मोर,
बल बुध्दी सब जानत हे।
मोर उड़ान बिफल नै होही,
गगन पार फेर कर लेहूं।
आज नहीं त काली रे चंदा,
बइंहा म तोला धर लेहूं।

मैं तोर दिदार करहूं कहेंव,
तय मोला आगोश म ले डारे।
अउ लहुट के आहूं मय हा,
चाहे कोनो कुछू काहे।
बढ़ मुश्किल हे ये रसता,
मोर मंज़िल तोला बना लेहूं,
आज नहीं त काली रे चंदा,
बइंहा म तोला भर लेहूं। 🙏भारत माता की जय 🙏
-एमन दास मानिकपुरी
anjorcg.blogspot.com

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