सोमवार, 19 सितंबर 2022

आना दाई वो आ ना

आना दाई वो तोर बेटा बलावत हे

तोर अचरा के छइंहा खातिर तोला गोहरावत हे

आना दाई वो आ ना

आना दाई वो आ ना


भाई-भाई खून के प्यासा

दिखत हमरो नासा हे

आस उड़ागे ये दुनिया के

मोला अब तोरे आसा हे

आना दाई वो आ ना

आना दाई वो आ ना


झन कर अबेर वो दाई

बड़े बिपत के बेरा हे

मोह माया के जग बंधना

संउहत काल के डेरा हे

आना दाई वो आ ना

आना दाई वो आ ना


ताल लय सूर बोली भाखा

तोर किरपा ले पाये हंव

नव दिन नव राति मईया

तोरे सेवा ल गाये हंव

आना दाई वो आ ना

आना दाई वो आ ना

-एमन दास ‘अंजोर’

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